
विस्तार से फैले हुए हैदराबाद शहर के लिए गोलकोंडा किले के भव्य खंडहर पृष्ठभूमि जैसे लगते हैं. किले की सबसे बाहरी दीवारों की परिधि लगभग 7 कि. मी. है, इनमें 87 अर्धवृत्ताकार आधार और 8 विशाल दरवाज़े हैं. अधिकतर जनता किले की चारदीवारी के अंदर रहती हैं. शासक वर्ग परिवार सहित और बड़े दरबारी अंदरूनी भाग में बनी किलेबंदी के अंदर रहते थे. बादशाह का निवास स्थल पहाड़ी के उच्चतम स्थान पर था जिसे बाला हिसार कहते थे.
आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम गोलकोंडा किले में एक "ध्वनि और प्रकाश" (son-et-lumiere) कार्यक्रम की व्यवस्था करता है. इसका विवरण विस्तार से नीचे दिया गया है –
अंग्रेजी (प्रतिदिन)
नवंबर-फरवरी शाम 06.30 बजे से शाम 07.30 बजे तक
मार्च-अक्तूबर शाम 07.00 बजे से शाम 08.00 बजे तक
तेलुगु (मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार)
नवंबर-फरवरी शाम 07.45 बजे से शाम 08.45 बजे तक
मार्च-अक्तूबर शाम 08.15 बजे से शाम 19.15 बजे तक
हिंदी (बुधवार, शुक्रवार, रविवार)
नवंबर-फरवरी शाम 07.45 बजे से शाम 08.45 बजे तक
मार्च-अक्तूबर शाम 08.15 बजे से शाम 19.15 बजे तक